कुंडली के दशम भाव में शुक्र का प्रभाव

कुंडली के दशम भाव में शुक्र का प्रभाव

1)कुंडली के दशम भाव में शुक्र का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम कुंडली के दशम भाव और शुक्र के कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे।

2) दशम भाव जातक के प्रोफेशन से संबंधित होता है। जब शुक्र दशम भाव में हो तब जातक शुक्र से संबंधित प्रोफेशन में होता है। जातक मॉडलिंग, ब्यूटी पार्लर, इंटीरियर डिजाइनर, फैशन इंडस्ट्री, वस्त्र डिजाइनिंग, शिल्पी, कार, ज्वेलरी, कॉस्मेटिक इत्यादि से संबंधित प्रोफेशन में हो सकता है। शुक्र वाहन का भी कारण है अतः जातक वाहन से संबंधित इंडस्ट्री में भी काम कर सकता है। शुक्र को स्त्री कारक ग्रह माना गया है अतः जातक स्त्री से संबंधित प्रोफेशन में भी हो सकता है। जातक मनोरंजन से संबंधित प्रोफेशन में भी काम कर सकता है। इसके अलावा जातक रियल स्टेट खासकर फ्लैट से संबंधित प्रोफेशन में भी हो सकता है।

3) दशम भाव में स्थित शुक्र जातक को धनवान बनाता है। जातक फाइनेंसियल सेक्टर से संबंधित प्रोफेशन में भी हो सकता है। जातक को सभी प्रकार के सांसारिक सुख प्राप्त होंगे। जातक को वाहन परिवार विवाह इत्यादि का सुख प्राप्त होगा।

4) दशम भाव में स्थित शुक्र जातक को मनी माइंडेड बनाता है। जातक पढ़ाई से ज्यादा पैसे कमाने के पीछे दीवाना दीवाना हो सकता है। जिसके कारण जातक की पढ़ाई अधूरी रह सकती है या वह अपनी पढ़ाई पर भरपूर ध्यान नहीं दे सकता है।

5) जातक के कुशल बिजनेसमैन हो सकता है। जातक का सोशल छवि अच्छी होगी। जातक मार्केटिंग में और पैसा कमाने में बहुत ही कुशल व्यक्ति होगा। दशम भाव सामाजिक प्रसिद्धि का कारक भाव है। शुक्र काल पुरुष की कुंडली में सप्तम भाव का स्वामी है और यह दशम भाव में बैठा है, अतः जातक उत्तम नेम और फेम प्राप्त करेगा। जातक समाज में आदरणीय व्यक्ति होगा। जातक अपने धन के कारण भी प्रसिद्ध होगा।

6) दशम भाव में स्थित शुक्र के कारण, जातक विपरीत लिंग को अपनी ओर आकर्षित करेगा। जातक कामुक प्रवृत्ति का व्यक्ति हो सकता है।

7) दशम भाव में शुक्र के कारण जातक भगवान में अच्छी श्रद्धा रखेगा। जातक चैरिटी और चैरिटेबल संस्था से जुड़ा हुआ हो सकता है। जातक किसी भी प्रकार के विवाद में सफलता प्राप्त करेंगा। जातक अपने क्रियाकलापों के कारण भी समाज में प्रसिद्ध होगा

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