ganesh mitra logo

कुंडली के नवम भाव में गुरु का प्रभाव

कुंडली के नवम भाव में गुरु का प्रभाव 1) कुंडली के नवम भाव में गुरु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम नवम भाव और गुरु के कारक के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) गुरु एक नैसर्गिक शुभ ग्रह है और नवम भाव एक बहुत ही शुभ भाव है। अतः नवम भाव में स्थित […]

कुंडली के नवम भाव में गुरु का प्रभाव Read More »

कुंडली के अष्टम भाव में गुरु का प्रभाव

कुंडली के अष्टम भाव में गुरु का प्रभाव 1)कुंडली के अष्टम भाव में गुरु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम गुरु और अष्टम भाव के कारक के संबंध में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) अष्टम भाव आयु से संबंधित भाव होता है और गुरु अष्टम भाव में स्थित होकर जातक को दीर्घायु बनाता है। जातक

कुंडली के अष्टम भाव में गुरु का प्रभाव Read More »

कुंडली के सप्तम भाव में गुरु का प्रभाव

कुंडली के सप्तम भाव में गुरु का प्रभाव 1) कुंडली के सप्तम भाव में गुरु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम सप्तम भाव और गुरु के कारक के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) सप्तम भाव में स्थित गुरु जातक के आयु और स्वास्थ्य के लिए उत्तम माना जाता है। लेकिन ऐसी मान्यता है

कुंडली के सप्तम भाव में गुरु का प्रभाव Read More »

Mars And Venus Conjunction In Fourth House

Mars and Venus Conjunction in 4th house 1)Before knowing the effect of Mars and Venus conjunction in 4th house we have to know about Mars in 4th house, Venus in 4th house and Mars and Venus conjunction. 2) Native may has all sort of materialistic happiness. He may be inclined towards luxurious life styles. He

Mars And Venus Conjunction In Fourth House Read More »

कुंडली के छठे भाव में गुरु का प्रभाव

कुंडली के छठे भाव में गुरु का प्रभाव 1)कुंडली के छठे भाव में गुरु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम छठे भाव और गुरु के कारक के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) छठे भाव को हम उपचय भाव बोलते हैं, जब गुरु छठे भाव में हो तो जातक की बुद्धिमता में बढ़ोतरी करता

कुंडली के छठे भाव में गुरु का प्रभाव Read More »

कुंडली के पंचम भाव में गुरु का प्रभाव

कुंडली के पंचम भाव में गुरु का प्रभाव 1)कुंडली के पंचम भाव में गुरु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम गुरु और पंचम भाव की कार्य के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) पंचम भाव को संतान से संबंधित भाव माना गया है, और गुरु संतान का कारक ग्रह है। प्रसिद्ध सिद्धांत “कारको भाव

कुंडली के पंचम भाव में गुरु का प्रभाव Read More »

Scroll to Top