Hindu astrology

कुंडली के छठे भाव में राहु का प्रभाव

कुंडली के छठे भाव में राहु का प्रभाव 1)कुंडली के छठे भाव में राहु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम राहु और छठे भाव के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) छठा भाव को उपचय भाव माना जाता है। राहु एक नैसर्गिक पापी ग्रह है। ऐसी मान्यता है कि नैसर्गिक पापी […]

कुंडली के छठे भाव में राहु का प्रभाव Read More »

परिवेश या परिधि का परिचय और विभिन्न भावों में प्रभाव

परिवेश या परिधि का परिचय और विभिन्न भावों में प्रभाव परिधि या परिवेश एक अप्रकाशक उपग्रह होता है। अन्य अप्रकाशक उपग्रह के तरह यह भी स्वभाव से पापी होता है। फलदीपिका के अनुसार परिवेश जिस भाव में विराजित होता है, उस भाव से संबंधित कारक को जल या जल से संबंधित दोष के कारण या

परिवेश या परिधि का परिचय और विभिन्न भावों में प्रभाव Read More »

कुंडली के पंचम भाव में राहु का प्रभाव

कुंडली के पंचम भाव में राहु का प्रभाव 1)कुंडली के पंचम भाव में राहु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम पंचम भाव और राहु के नैसर्गिक कार्य के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2) पंचम भाव संतान से संबंधित भाव होता है। राहु एक पापी ग्रह है, अतः पंचम भाव में पितृ दोष उत्पन्न

कुंडली के पंचम भाव में राहु का प्रभाव Read More »

कुंडली के विभिन्न भागों में व्यतिपात का प्रभाव

कुंडली के विभिन्न भागों में व्यतिपात का प्रभाव व्यतिपात का परिचय व्यतिपात एक अप्रकाशक ग्रह होता है। स्वभाव से इसे पापी ग्रह के समान माना जाता है। फलदीपिका के अनुसार व्यतिपात गिरते हुए तारे या फॉलिंग स्टार से संबंधित होता है। ऐसी मान्यता है कि व्यतिपात जिस भाव में होगा उस भाव के कारकों को

कुंडली के विभिन्न भागों में व्यतिपात का प्रभाव Read More »

कुंडली के चतुर्थ भाव में राहु का प्रभाव

कुंडली के चतुर्थ भाव में राहु का प्रभाव 1)कुंडली के चतुर्थ भाव में राहु का प्रभाव जानने के लिए सर्वप्रथम हम चतुर्थ भाव और राहु के नैसर्गिक कारक के संदर्भ में जानकारी प्राप्त करेंगे। 2)सामान्य तथा चतुर्थ भाव में राहु को अशुभ माना जाता है, क्योंकि चतुर्थ भाव में स्थित राहु जातक के जीवन में

कुंडली के चतुर्थ भाव में राहु का प्रभाव Read More »

कुंडली में धूम का विभिन्न भावों में प्रभाव

कुंडली में धूम का विभिन्न भावों में प्रभाव धूम, व्यतिपात, इंद्रचांपा, परिवेश और उपकेतु, यह पांच अप्रकाशित ग्रह है। पराशर मुनि ने अप्रकाशित ग्रहों की महत्ता इस प्रकार बताइए कि हमें सूर्यादि प्रकाशक ग्रह के प्रभाव जाने से पहले हमें अप्रकाशक ग्रहों की फल के संदर्भ में जानकारी लेनी चाहिए। तब इनका मिलान प्रकाशक ग्रहों

कुंडली में धूम का विभिन्न भावों में प्रभाव Read More »

Wealth Yoga In Horoscope

Some basic introduction Before knowing the wealth yoga we have to know Some basic facts. Jupiter is karak of wealth and Venus is also karak of wealth. Jupiter is karak of accumulated wealth such as gold, property, investment, bank fixed deposit etc. Venus is karak of liquidity of money such as cash flow, salary, money

Wealth Yoga In Horoscope Read More »

Scroll to Top